डूब क्षेत्र में प्लॉटिंग रोकने के लिए चलाया बुलडोजर — क्या दिखावे के लिए हुआ ध्वस्तीकरण?
लखनवली गांव के कुछ भूमाफिया कर रहे हैं डूब क्षेत्र पर कब्जा, जल्द ही नाम आएंगे सामने
सर्कल-10 के प्रभारी पर उठ रहे सवाल
रिपोर्टर:- मुकुल तिवारी
नोएडा।
हिंडन नदी के डूब क्षेत्र में प्लॉटिंग रोकने के लिए मंगलवार को प्राधिकरण का बुलडोजर चला, लेकिन यह कार्रवाई केवल दिखावे तक ही सीमित नजर आई। सूत्रों के अनुसार, प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों और मीडिया के सामने केवल एक-दो स्थानों पर बुलडोजर चलाया गया, जबकि बाकी अवैध निर्माणों को छोड़ दिया गया।
बताया जा रहा है कि वर्क सर्कल-10 की टीम ने बेगमपुर गांव के सामने डूब क्षेत्र की जमीन पर प्लॉट काटने के लिए डाली गई कुछ बुनियाद और अस्थायी कमरों को ध्वस्त तो किया, लेकिन कुछ ही जगह कार्रवाई के बाद टीम वापस लौट गई। इसके बाद सर्कल-10 के प्रभारी प्रवीन सलोनिया और उनकी टीम अपनी पीठ थपथपाती नजर आई।
सूत्र यह भी बताते हैं कि सर्कल-10 के अधिकारियों और भूमाफियाओं के बीच कथित साठगांठ के कारण यह कार्रवाई अधूरी छोड़ी गई। ऐसा प्रतीत होता है कि बुलडोजर चलाने की यह पूरी कवायद सिर्फ दिखावे के लिए की गई।
करीब 10 बीघा से अधिक जमीन में केवल कुछ हिस्सों पर ही कार्रवाई की गई। जिस भूमि पर यह अभियान चलाया गया, वह पूरी तरह डूब क्षेत्र की है, जहां पहले खेती होती थी। बताया जा रहा है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा के डूब क्षेत्रों की लगभग 70 प्रतिशत जमीन भूमाफियाओं के कब्जे में है, और इसमें प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, लखनवली क्षेत्र के कुछ भूमाफिया यहां प्लॉटिंग कर भोली-भाली जनता को ठग रहे हैं, और इसमें प्राधिकरण के कुछ अधिकारी भी मिलीभगत के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

