DM मेधा रूपम का एक्शन मोड: तहसील दिवस में लापरवाही पर कसा शिकंजा, पांच अधिकारियों पर गिरी गाज
ग्रेटर नोएडा।
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने शनिवार को दादरी तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान अधिकारियों की लापरवाही पर सख्त रवैया अपनाते हुए मौके पर ही आठ जनशिकायतों का समाधान कराया। साथ ही, पांच अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए उनका एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया।
लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई, सख्त संदेश
तहसील समाधान दिवस में पांच विभागों के अधिकारी अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी मेधा रूपम ने इस लापरवाही को गंभीरता से लिया और सभी अनुपस्थित अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब करते हुए उनका एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया। यह कार्रवाई प्रशासनिक व्यवस्था में जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।
शिकायतों का मौके पर निस्तारण, जनता को मिला तुरंत राहत
जिले की तीनों तहसीलों—दादरी, जेवर और सदर में समाधान दिवस का आयोजन किया गया। कुल 173 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से दादरी तहसील में डीएम की मौजूदगी में आठ शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक शिकायत की गंभीरता से जांच कर निर्धारित समयसीमा में समाधान सुनिश्चित किया जाए।
वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
दादरी तहसील में आयोजित समाधान दिवस में उप जिलाधिकारी अनुज नेहरा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, एसीपी अजीत कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी शिव प्रताप परमेश सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
वहीं, जेवर तहसील में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अतुल कुमार और सदर तहसील में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) मंगलेश दुबे ने लोगों की समस्याएं सुनीं।
📌 निष्कर्ष:
डीएम मेधा रूपम का सख्त रवैया न सिर्फ लापरवाह अधिकारियों को चेतावनी है, बल्कि आम जनता के लिए राहत और भरोसे की नई उम्मीद भी है।

